Work From Home! Online कितना सही?

आज के आधुनिक समय में सुख सुविधाएं किसे नहीं चाहिए। सबको आराम की जिंदगी चाहिए। छोटो से लेकर बड़ों तक कोई भी काम नहीं करना चाहता। सब को सब कुछ घर बैठे ही चाहिए। आजकल सब कुछ ऑनलाइन मिल रहा है। घर बैठे पढ़ाई हो रही है। नौकरी घर से कर रहे हैं। यहां तक तो पैसे भी एक खाते से दूसरे खाते में घर से घर से ही ट्रांसफर हो रहे हैं। खाना घर पर मिल रहा है। सब कुछ ऑनलाइन मिल जा रहा है। परंतु क्या यह सब कुछ सही है क्या ऐसा होना चाहिए?

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घर से पढ़ाई करना कितना सही है।

कोविड-19 में तो पढ़ाई घर से हो रही थी पर अब बच्चों को स्कूल क्यों बुला रहे हैं? जब नौकरी घर से हो रही थी तो ऑफिस क्यों जा रहे हैं सब? घर से काम हो रहा था सैलरी मिल रही थी यह तो अच्छी बात थी फिर सब ऑफिस क्यों जाने जाने लगे? जब कोविड-19 लोगों को घर से काम करने को इसलिए बोला गया था ताकि वायरस और ज्यादा ना फैले । बच्चों को भी को भी ऑनलाइन  पढ़ाई के लिए बोला गया था  ताकि सब सुरक्षित रहे । लेकिन कोविड-19 हर घर में मोबाइल हो गया इंटरनेट की फैसिलिटी हर घर में हो गई। परंतु दूसरी तरफ  कोविड-19 होते ही लोग को मां बच्चे सब उस चीज के आदी हो गए। जैसे बच्चे स्कूल नहीं जाना चाहते, बड़े ऑफिस नहीं जाना चाहते। बड़ों को सैलरी घर पर ही मिल जानी चाहिए। अगर बच्चे स्कूल नहीं जाएंगे तो वह सीखेंगे कैसे । बच्चों के साथ खेलना कूदना वह तो स्कूल में ही होगा घर में नहीं  । घर में बच्चे मोबाइल में ही गेम खेलेंगे  । अगर बच्चे घर से पढ़ने लगे तो उनका मानसिक विकास नहीं होगा। और लोगों को ऑफिस इसलिए बुलाया जाता है ताकि उनकी भी तरक्की  हो। अगर वह घर से ही काम करने लगेंगे तो वह अपने ऑफिस के लोगों को कभी भी जान नहीं पाएंगे,  कि वह किन के साथ काम कर रहे हैं इसलिए हमें न्यू टेक्नोलॉजी को वरदान बनाना है ना कि अभिशाप बनाना है। आजकल हर घर में मोबाइल आ गया है। इंटरनेट की फैसिलिटी हर घर में है। टीवी सबके घर में है। जरूरत की हर चीज आजकल सबके घर में मिल जाएगी। आजकल के बच्चे , मां नौजवान, बूढ़े सब अपने अपने मोबाइल में बिजी हैं। बड़ों के पास बच्चों के लिए टाइम नहीं है और बच्चों के पास अपने मम्मी पापा के लिए टाइम नहीं है |

यह जो न्यू टेक्नोलॉजी आई थी यह हमारे काम को आसान करने के लिए थी ना कि हमें निकम्मा बनाने के लिए आई थी। न्यू टेक्नोलॉजी के फायदे हैं तो नुकसान भी हैं और इतिहास गवाह है कि सभी लोगों को नुकसान ही अट्रैक्ट करता है। फायदों का लोग कम यूज करेंगे और नुकसान की तरफ ज्यादा जाएंगे। अगर न्यू टेक्नोलॉजी से कम्युनिकेशन और कनेक्टिविटी आसान हो रही है तो दूसरी तरफ हम उस चीज के लिए एडिक्ट हो रहे है । अगर पढ़ाई करना आसान हो रहा है ,तो दूसरी तरफ हम लोग मोबाइल में दो 2-2 घंटे टाइम वेस्ट कर रहे हैं हम। हम लोगों से अलग हो रहे हैं। अकेलापन बढ़ रहा है।  लोग एक दूसरे से दूर हो रहे हैं। लोग डिप्रेशन का शिकार हो रहे हैं। इसलिए उन सभी चीजों से हमें बचना है। न्यू टेक्नोलॉजी का उपयोग हमें पॉजिटिव में में करना है ना कि अपने आपको और निकम्मा बनाना है। अगर हम न्यू टेक्नोलॉजी  आयुष पॉजिटिव वे में करेंगे तो सब ठीक होगा  । कोई किसी से अलग नहीं होगा । सबके पास सबके लिए टाइम होगा और हमारा देश की तरक्की करेगा ।

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